December 23, 2024

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत  के लगाए आरोपों पर सचिन पायलट ने पलटवार किया

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत  के लगाए गए आरोपों पर है सचिन पायलट ने पलटवार किया । उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोग चाहते हैं कि कांग्रेस कमजोर हो। सचिन पायलट  ने 5 दिन की पदयात्रा का ऐलान भी किया है। आपको बता दें कि  इसी दौरान पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं अब ना उम्मीद हो चुका हूं, संघर्ष यात्रा निकालूंगा। मैं लोगों के बीच अपनी आवाज उठाऊंगा। अजमेर से जयपुर की पदयात्रा करूंगा। 5 दिन की इस यात्रा में लोगों से बात करूंगा। जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया।

भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे

सचिन पायलट ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना। उसे सुनकर ऐसा लगता है कि जैसे उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं। एक तरफ यह कहा जा रहा कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी। तो वहीं दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए। मैं जनता के बीच इस मुद्दे को उठाऊंगा। सचिन पायलट ने कहा कि मुझे बहुत कुछ कहा गया। कभी कोरोना, कभी गद्दार । मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था। इसके बावजूद  हम चुप थे… क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे। लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे है।

125 किमी की होगी यात्रा

कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसे विधायकों पर आरोप लगाए जा रहे, जो राजनीति में 40-45 साल से हैं। उनके क्षेत्र के लोग भी उन्हें जानते हैं कि वो किस तरह के नेता हैं और कैसे काम करते हैं। ऐसे विधायकों पर आरोप लगाना गलत बात है। सचिन पायलट ने कहा कि मैं 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आएंगे। यह 125 किमी की यात्रा होगी। 5 दिन की यात्रा में जनता के बीच जाऊंगा, उनके बीच अपनी बात रखूंगा। सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा।

सचिन पायलट ने डिप्टी सीएम रहने के दौरान का किया जिक्र

उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष की बात नहीं मानना गलत है। पिछले साल 25 अगस्त को विधायक दल की बैठक के बीच गहलोत खेमे के विधायकों के मीटिंग में नहीं आने पर भी पायलट ने सवाल उठाए। उन्हें इसे अनुशासनहीनता करार दी। साथ ही इस मामले में कार्रवाई नहीं किए जाने पर भी सवाल खड़े किए। सचिन पायलट ने अपने डिप्टी सीएम रहने के दौरान का भी जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि जब 2020 में मैं डिप्टी सीएम था, उस समय राजद्रोह के आरोप में मुझपर कार्रवाई करने की कोशिश की गई थी। एक खेमा नेतृत्व परिवर्तन चाहता था, ऐसे में हम दिल्ली गए AICC के सामने अपनी बात रखी। इसी के बाद एक कमेटी का गठन किया गया। कमेटी ने सबकी बातों  को सुना और इसी के आधार पर रोड मैप तैयार किया गया।इस दौरान अनुशासनहीनता का काम किसी ने नहीं किया। लेकिन मुझ पर लगातार आरोप लगाए जाते रहे। इससे मैं ना उम्मीद हो चुका हूं। आखिरकार यात्रा के जरिए संघर्ष का फैसला लिया है।