Manipur: गृह मंत्री अमित शाह ने देर रात इंफाल में की समीक्षा बैठक, आज चुराचांदपुर में लेंगे हालात का जायजा
Manipur: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार रात हिंसाग्रस्त मणिपुर के चार दिवसीय दौरे पर इंफाल पहुंचे। यहां एयरपोर्ट पर गृहमंत्री का मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और भाजपा अध्यक्ष ने स्वागत किया। इसके बाद शाह ने इंफाल में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और मंत्रियों, वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने हालात का जायजा लिया। देर रात गृह मंत्री ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की। वहीं, शाह के मणिपुर पहुंचने पर जगह-जगह उनके स्वागत के बैनर लगे हैं। दोनों ही समुदायों की ओर से बैनर लगाकर गृह मंत्री का स्वागत किया है।
अमित शाह का आज चुराचादंपुर जाने का कार्यक्रम है। चार दिवसीय यात्रा के दौरान गृहमंत्री मणिपुर में शांति बहाली के लिए विभिन्न जगह का दौरा करेंगे और लोगों से मुलाकात करेंगे। इन दौरान वह सैन्य अधिकारियों के साथ भी समीक्षा बैठक करेंगे। मणिपुर के लोगों को पूरी उम्मीद है कि गृहमंत्री की यात्रा के बाद राज्य में शांति लौट आएगी।
मणिपुर के चार दिवसीय दौरे पर अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मणिपुर के चार दिवसीय दौरे पर रात करीब 9.15 बजे इंफाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे। मणिपुर में तीन मई को हिंसा शुरू होने के बाद उनकी यह पहली दौरा है। सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री के साथ गृह सचिव अजय भल्ला और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी हैं। गृहमंत्री एक जून तक राज्य में रहेंगे। इस दौरान वे हालात का जायजा लेंगे। इसके साथ-साथ वे विभिन्न जिलों की यात्रा करेंगे और दोनों समुदायों के लोगों से मिलेंगे और शांति की राहत तलाशने का प्रयास करेंगे।
महिलाओं-बच्चों को ढाल बना गांव तबाह करने की साजिश का खुलासा
इधर, मणिपुर को अशांत बनाए रखने के लिए उग्रवादियों की साजिश का खुलासा हुआ है। सेना ने बताया कि उग्रवादी महिलाओं और बच्चों को ढाल बनाकर गांव तबाह करने की तैयारी में हैं। उपद्रवियों के चैट से इसका पता चला है। भारतीय सेना उग्रवादियों के चैट को डीकोड करने में सफल रही। इसमें सुरक्षा बलों को ड्यूटी से रोकने के लिए महिलाओं को मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की बात कही गई है। इसमें पार्टी बी को पार्टी ए बताती है कि उन्हें 27 मई तक यह काम पूरा करना होगा। लोगों को मानव ढाल बनाकर गांव को नष्ट करना है। चैट से यह भी पता चलता है कि उग्रवादियों के पास काफी हथियार हैं और उन्हें और अधिक हथियार की आपूर्ति की उम्मीद है।
सेना के खिलाफ दुष्प्रचार की कोशिश
रिपोर्ट के मुताबिक, कई समूह राज्य के मौजूदा हालात का फायदा उठाने की कोशिश में हैं। अलग-अलग गुटों की ओर से दहशत फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके जरिये राज्य में भारतीय सेना के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने की साजिश है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के कई हिस्से से ऐसे प्रयासों की खबरें भी आ रही हैं।
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